अनमोल

 ✨ अनमोल ✨


✨🌷 खूबसूरत होना..

खूबसूरती नही...

क्योंकि,

फूल कोई भी हो 🌷

खूबसूरत ही होता है

फिर भी उसकी परिणति,

तोड़ लिया जाना

किसी को भेंट हो जाना

फिर..

सूख कर धूल हो जाना है ✨✨


तो ठहरना

कुछ समझना

खुद को खुद की कसौटी पर ही कसना

कुछ इस तरह निखरना

चंदन की तरह महकना

इस तरह वजूद..

अपना तुम बनाना..

जैसे सोने का गहना

कितना भी पुराना हो✨🌷

खूबसूरत ‌न‌ सही

फिर भी ✨

अनमोल सब के लिए तो होना

जो खोएगा तुम्हें..

वो रोएगा हमेशा

जो पाएगा तुम्हें 

इतराएगा हमेशा

सौ बार सराहेगा..

खुद की किस्मत पर

तो खूबसूरती के लिए,,

कुछ भी कभी न‌ करना ✨

अनमोल बनने के लिए,

हर दिन संघर्ष करना 🌷

जब जब भी गिरना...

खुद ही संभलना।।✨✨🌷

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