नारी शक्ति को जगाओ
नारी शक्ति को जगाओ
मैं मां प्रेम सुगन्धा
ओशो भगवान श्री कीर्तन मंडली की संयोजक ,
पहली बार एक खुला पत्र अपनी प्यारी माताओं के नाम लिख रही हूं मा धर्म ज्योति ने कहा था
"नारी शक्ति को जगाओ"
यह वह बात मेरे भीतर तक चली गई ज्योति मां का अपमान कम्यून में किया गया,
मां मधु,
मा संगीता, माआरती राजदान का अपमान कम्यून में किया गया
मा राधिका का अपमान किया गया,मा दिव्य दृष्टि का अपमान किया गया और मुझे भी गुरु पूर्णिमा पर साधना ने माला पहनने पर बहुत टोका अपमानित किया, इतने वर्षों में और भी ना जाने इनके द्वारा कितनी ही मातायें अपमानित हुई होगी
महिलाओं के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार करने वाले दुष्टों को सबक सिखाने का समय आ गया है ,इसलिए मैं पूरे देश भर में अपनी कीर्तन मंडली के साथ घूम रही हूं
मेरे पति स्वामी प्रेम प्रशांत मेरा बहुत सहयोग कर रहे हैं ,
हम सब का भाव है कि 21मार्च को सब आर पार हो जाए
उससे पहले ही
सौभाग्य से मा धर्म ज्योति 19 जनवरी को पूना आ रही है
अभी कुछ महीनों पहले ही
मैंने मा धर्म ज्योति के देहरादून में पैर छूकर भीतर से भाव किया था
आप इस आंदोलन में शारीरिक रूप से आ जाइए ,
अस्तित्व ने हम सब की पुकार सुन ली,
मा के आते हम सब में एक नई ऊर्जा का संचार हो गया है
पूरे देश भर की जिन महिलाओं के भीतर ओशो की ज्योति जल रही है
वे सब चाहती हैं कि हम माला पहनकर समाधि में जाएं और हमारा कम्यून पुराने स्वरूप में आए
इसलिए माताओं को यह खुला पत्र लिख रही हूं ताकि नारी शक्ति का पता चले ,
ओशो की संन्यासिन मीरा तो है ही साथ में लक्ष्मीबाई भी है ,
मुंबई में 15 नवंबर को जितनी भी मातायें चैरिटी कमिश्नर के यहां पहुंची थी उन सबको तो 19 जनवरी को पूना आना ही चाहिए,
जिन माताओं का खुले पत्र में नाम लिख रही हूं कुछ को छोड़कर सभी के साथ मेरा व्यक्तिगत संबंध है , इसलिए मैं उनको यह प्रार्थना करती हूं 19 जनवरी को भी आएं और 21 मार्च को तो सबको आना ही है
मा प्रेम सुगन्धा के प्रणाम,
सब माताओं के नाम लिख रही हूं ,मा आरती राजदान, मा श्वेता राणा एन आई एन, मा मधु ,मा संगीता ,मा हेमा, मा कश्मीरा, मा बोधि प्रतिमा, मा तूलिका, मा अन्नपूर्णा ,मा अनुराधा मा राधिका,मा दिव्या (अखिलसरस्वति(, मा लावण्या, मा अग्निसाक्षी, माअरुणा,मा चेतन उनमनी,मा छाया,मा श्रद्धा,मा पूर्णिमां , मा ईशा (केरल,)मा प्रेम लता,मा आनंद प्रिया,मा उर्मि ,ये सब पूना से हैं,पूना से और भी हैं उनका दूसरे पत्र में लिखूंगी, मा ध्यान नीरजा,लोनावाला,मा आनंदी आस्ट्रेलिया,मा जियानाथ,मा प्रेम प्रतिक्षा,मा अन्तर जागृति,मा मंजू,मा प्रेम सरिता, मा नील किरण, मा वीणा,मा स्वाति,मा खुशी,मा सुमन,मा अखिला,मा आत्मो संगीता,मा कमलेश, मा मनोरमा,मा शुचि, ये सब मुम्बई से,मुंबई से और भी नाम है जो दूसरी लिस्ट में लिखूंगी, मा साधना,मा निहारिका,मा किरण,मा प्रेम ज्योति,मा नर्तन ,मा दिव्य दृष्टि,मा स्वयं विवेक,मा सीमा,मा ज्योति,ये सब छत्तीसगढ से हैं,छत्तीसगढ की दूसरी लिस्ट जल्दी ही लिखूंगी,मा प्रेम निरंजना,मा प्रीतम,मा गुरदर्शना, मा प्रेम साक्षी,मा सरिता,मा अमृता,मा संगीता , मा भक्ति वंदना,ये सब नांदेड से हैं,मा वन्दना एडवोकेट, मा चेतना,मा मीना,मा रोशनी,ये सब नागपुर से हैं,नागपुर की दूसरी लिस्ट इनके सहयोग से बनाई जा रही है,मा अनुराधा,मा कंचन रंजना, मा आनंद निधि ये सब झारखण्ड से है, झारखण्ड की बड़ी लिस्ट मा अनुराधा बना रही हैं,मा किरण और उनकी दो बेटियां रानीगंज, मा आनंदमयी,लखनऊ, मा शिवम् गौरी ,मा रितु,मा ध्यान मुदितो, मा प्रेम पूर्णिमा,पं बंगाल, पं बंगाल से मा शिवम गौरी और स्वामी जाॅय संगीतम के साथ बहुत सारे मित्र आ रहे हैं,मा आनंद मेघा,मा महामाया ,मा योग सिमरन, मा सोम्या ,मा प्रेम ज्योति,मा सुमन,हरियाणा से,हरियाणा की लिस्ट मा आनंद मेघा बना रही है,फरवरी के प्रथम सप्ताह में कीर्तन मंडली हरियाणा और पंजाब जा रही है,मा संगीत दिव्यम पटना, मा प्रेम ईशा संचालक बिहार से हैं मा के साथ बिहार से मित्र आ रहे हैं,मा प्रेमा भारती संचालक डालूवाला से हैं मा हमारे साथ हैं इनसे कभी मिली नहीं 21मार्च को मिलूंगी, मा संतोष और मा देवयानी, दिल्ली,मा शोभना और मा भावना गोवा,मा साधना,मा अर्पिता,बेलगाम, मा प्रभु प्यासी,मा प्रेम उपचारा,मा शीतल,मा नीलम,मा प्रेम पवित्रा,पंजाब से हैं पंजाब की लिस्ट अलग से बन रही है,मा प्रेम पवित्रा औरंगाबाद, मा प्रेम संगीता, और मा प्रेम साक्षी,सूरत,मा सरला और मा गीता ,अहमदाबाद, मा पद्मजा कांकरिया और मा दिव्या ,नासिक, इन सभी को मेरा पुनः प्रेम प्रणाम, मेरी संन्यास की उम्र सिर्फ 11 साल है अतः भूल चूक के लिए क्षमा प्राथी हूं,मेरा संकल्प है 21 मार्च से पहले कीर्तन मंडली के साथ फिर पूरे देश में यात्रा करूंगी,अभी नहीं तो कभी नहीं,21मार्च आर पार, जय ओशो
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